रामजन्म भूमि पर मंदिर निर्माण कार्य में सहयोग के कार्यक्रम के तहत यात्रा जालोर भी पहुंची थी
जालोर. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में जालोर की भी महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। इसके लिए पहल आज से करीब 3 दशक पूर्व ही हो चुकी थी, जो अब मूर्त रूप लेगी। विश्व इतिहास में 5 अगस्त का दिन ऐतिहासिक बन चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में मंदिर निर्माण कार्य के लिए शिलान्यास कर इस कार्य की शुरुआत की।
अयोध्या में राम मंदिर शिलान्यास को लेकर देशभर में खुशी का माहौल है तो जालोर में भी जश्न का माहौल है। 1989 में मंदिर निर्माण की कड़ी में शुरु किए गए अभियान को मूर्त रूप जो मिल रहा है। इस कार्य में जालोर से गए शिलापट्ट भी शामिल होंगे। सीधे तौर पर विश्व धरातल पर भविष्य में खास पहचान बनाने वाले राम मंदिर में जालोर से ले जाई गई शिलापट्टिकाएं भी काम आएंगी। इस कार्य का जुड़ाव जालोर के चामुंडा माता मंदिर से है। जहां पर राम मंदिर निर्माण को लेकर यात्रा पहुंची थी। यहां भविष्य में राम मंदिर निर्माण की अभिलाषा के साथ पहुंची इस यात्रा के तहत शिलापूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
ये कार्यक्रम में हुए थे शरीक
इसको लेकर आयोजन यज्ञ की पूणाहुति में पीर शांतिनाथ महाराज, आत्मानंद महाराज, संत स्वामी सुमन चैतन्य तथा पंडित भगवानचन्द दवे, पंडित दिनेश चंद्र व्यास, हीरा लाल शास्त्री, बृजेश शर्मा, मधु सूदन व्यास, शांति लाल रामसीन ने सहभागिता निभाई थी। यहां से यह यात्रा शिलाट्टिकाओं का संग्रह कर अयोध्या के लिए रवाना हुई थी।
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