Jalore Politics

#Jalore निर्दलीय प्रत्याशी पवनी मेघवाल के समर्थक दाडमचंद को झेलना पडा लोगो का विरोध

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियों में समर्थक दाडमचंद लोगो से कर रहे समझाईश

करीबन 1 मिनट 57 सेकण्ड का वीडियो ओटवाला में एक सामाजिक सभा का बताया जा रहा

सायला। भाजपा से निष्काषित एवं बागी निर्दलीय प्रत्याशी पवनी मेघवाल एवं उनके समर्थकों को लोगो का विरोध झेलना पड रहा है। जिसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह वीडीयो 1 मिनट 57 सेकण्ड का है। जो करीबन दस दिन पुराना एवं ओटवाला में एक सामाजिक सभा का बताया जा रहा है। हालांकि हम इस वीडियों की पुष्टि नही करते है।
दरअसल पवनी मेघवाल के समर्थक सुराणा निवासी उद्योगपति दाडमचंद जैन चुनाव प्रचार के लिए एक सामाजिक सभा में पहुंचे थे। लेकिन भाजपा से निष्काषित एवं बागी निर्दलीय प्रत्याशी पवनी मेघवाल साथ नही थी। ऐसे में बिना प्रत्याशी चुनाव प्रचार के लिए पहुंचने पर उन्हे लोगो का विरोध झेलना पडा।
वीडियों में दाडमचंद लोगो से कह रहे है कि मेरे कोई किसी से दुश्मनी नही है और ना कोई है। आप चाहो तो वोट उर्मिलाजी ( कांग्रेस प्रत्याशी रमिला मेघवाल का भूलवश बोला गया नाम) को देना और आप चाहो तो पवनीबाई को देना। आपने कहा कि कोई साथ लेकर आना था, इतनी हमारी बुद्धि चली नहीं। आपके अन्दर जो बुद्धि है वो हमारे अन्दर नही है। मैं आपको हाथ जोडकर प्रार्थना करता हूं कि ना तो मैं वोट मांगने आया हूं, आप जिसे चाहे उसे वोट देना।
इस बीच लोग भी दाडमचंद को कुछ कहते है लेकिन भीड के कारण आवाज साफ नही है। लेकिन इसके बाद पुनः दाडमचंद लोगो से कहते है कि आप जो सत्रह बात मुझे कह रहे हो वो शोभा नही देती है। आप जो मुझे सत्रह सवाल कर रहे हो ना तो मैं वोटो का भूखा हंू, आप चाहो वहां वोट देना। पवनी हारती है तो भी मुझे कोई मतलब नही है और जीते तो भी मुझे कोई मतलब नही है। मैं तो 36कौम और अपने क्षेत्र का समझकर आया हूं कि पवनी आयी तो विकास होगा। आप जिद्द पर हो तो आपकी मर्जी। मैं तो कुछ कहता नहीं हूं कि आप पवनी को वोट देना। आप भले ही उर्मिला को देना। मैंने यहां आकर गलती की हैं इसके लिए मैं आप सभी से माफी मांगता हूं। अब मैं नही बैठुंगा, अब हम जा रहे है। आप जैसे करते थे वैसे करना, आप जिस तरीके से मुझे समझा रहे हो, मुझे समझ नही आएगा। ना मैं वोट का भूखा हूं और ना मुझे ऐसी कोई भूख है।
वीडियों मे बातचीत के अंश स्थानीय भाषा में है लेकिन पाठकों की सहूलियत के लिए हिन्दी में अनुवादित किया गया है। वही वीडियों की प्रमाणिकता के लिए दाडमचंद जैन से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होने कॉल रिसीव नही किया।