18.50 लाख की नकबजनी की वारदात का खुलासा, दो गिरफ्तार
जालोर. भीनमाल में जुलाई माह में इलेक्ट्रॉनिक शोरूम पर नकबजनी की वारदात का पुलिस ने खुलासा करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया। मामले में 16 जुलाई की रात में भीनमाल में रोडवेज बस स्टेंड रोड पर स्थित शांतिनाथ टेक्नोलॉजी दुकान में से नकबजनों द्वारा दुकान के शटर के दोनों लॉक तोड़कर अन्दर से 4 लेपटॉप, 78 मोबाइल एवं मोबाइल एसेसरीज, मोबाईल पाट्र्स व 3 लाख रुपए नकद एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण करीब 18 लाख 50 हजार की नकबजनी की वारदात हुई थी।
घटनाक्रम के बाद विशेष टीम का गठन किया गया।साथ ही पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल के आस पास के क्षेत्रों में विभिन्न स्थानों पर जाकर सीसीटीवी फुटेज जांच, घटनास्थल पर जाकर घटनास्थल से बीटीएस डाटा डम्प कर टॉवर आइडी प्राप्त की गई। इसके अलावा सादे वस्त्रों में कस्बा भीनमाल में विभिन्न स्थानों सीसीटीवी फुटेज में आए फोटो के आधार निगरानी की गई। मोबाइलों की आईएमईआई ट्रेसिंग से नकबजनों की लॉकेशन पुणे (महाराष्ट्र) आने पर पुलिस टीम द्वारा तकनीकी सहायता से लगातार करंट लोकेशन प्राप्त कर संदिग्ध अशोक व जबराराम को भीनमाल पुलिस द्वारा पुणे (महाराष्ट्र) से दस्तयाब कर दोनों से पूछताछ की गई।
जिस पर दोनों ने नकबजनी में चोरी किए मोबाइल व अन्य सामान की खरीददारी करना स्वीकार की। इस परआरोपी अशोक पुत्र भगाराम माली निवासी मालीयों व राठौडों की ढाणी, डाबर, गुड़ामालानी, पुलिस थाना गुड़ामालानी जिला बाड़मेर व जबराराम पुत्र मोहब्बता राम पुरोहित निवासी तिलोड़ा पुलिस थाना बागोड़ा जिला जालोर को गिरफ्तार किया गया। दोनों आरोपियों से प्रकरण में गहनता से पूछताछ करने के साथ बरामदगी व घटना में शरीक आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
कड़ी मेहनत

से पकड़े आरोपी
पुलिस ने टोल नाकों पर व हाइवे रोड के आसपास एवं पेट्रोल पंपों पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की जांच के साथ पुलिस टीम द्वारा प्रकरण में चोरी गए मोबाईल की आईएमईआई ट्रेस कर तकनीकी सहायता से अज्ञात नकबजनों की लोकेशन ट्रेस की गई। प्रकरण के परिवादी गजेन्द्र सिंह की दुकान पर एवं आसपास की दुकानों में पूर्व में काम करने वाले लोगों एवं हाल ही में कार्य छोड़कर जाने वालें लोगों के बारे में पूर्ण जानकारी प्राप्त कर इन लोगों की गतिविधियों पर सतत निगरानी शुरू की गई। पुलिस टीम द्वारा तकनीकी सहायता से घटनास्थल से टॉवर डाटा प्राप्त कर चोरी हुए मोबाईल की आईएमईआई से चैक कर अज्ञात नकबजनों को ट्रेस आउट किया गया।