Jalore Politics

सायला में कांग्रेस प्रत्याशी के विरोध में स्थानीय दावेदारों की महापंचायत, पार्टी हाईकमान को 5 नवंबर तक टिकट बदलने का दिया अल्टीमेटम… पढ़िए पूरी खबर

स्थानीय दावेदार को मिले टिकट, नही तो 6 नवंबर को रामलाल मेघवाल निर्दलीय के रूप में भरेंगे नामांकन

मुकेश वैष्णव @ सायला।
कांग्रेस की तीसरी सूची में जालोर विधानसभा क्षेत्र से रमीला मेघवाल को प्रत्याशी बनाने के बाद विरोध शुरू हो गया है। टिकट की मांग कर रहे स्थानीय दावेदारों ने सायला के सिणधरी रोड पर आयोजित महापंचायत में गुरूवार को रमीला मेघवाल को बाहरी प्रत्याशी बताते हुए पार्टी हाईकमान को 5 नवम्बर तक का अल्टीमेटम देते हुए टिकट पर पुनर्विचार करने एवं किसी भी स्थानीय दावेदार को टिकट देने की मांग की है। अन्यथा बगावत की चेतावनी देते हुए सभी दावेदारों की सहमति से 6 नवंबर को पूर्व विधायक रामलाल मेघवाल का निर्दलीय नामांकन दाखिल करने की घोषणा की है।

महापंचायत को संबोधित करते हुए पुर्व विधायक रामलाल मेघवाल ने कहा कि कांग्रेस से कई स्थानीय दावेदारों ने टिकट की मांग की थी। लेकिन पार्टी ने बाहरी प्रत्याशी को टिकट दिया। जबकि सभी की मांग है कि पार्टी स्थानीय और जिताऊ दावेदार को टिकट दें। लेकिन कुछ लोगो ने हाईकमान को गुमराह किया और मीडिया में भी कहा कि रामलाल मेघवाल की धर्मपत्नी को टिकट दे रहे है लेकिन मीडिया ने पूछा कि रामलाल मेघवाल की धर्मपत्नी अब संसार में नही है, तब उन लोगो ने बताया कि उनकी पुत्रवधु का टिकट दे रहे है। जबकि जिसको टिकट दिया वह मेरी पौत्री के बराबर है।

 

पूर्व विधायक मेघवाल ने सभी से एकमत होकर स्थानीय प्रत्याशी का समर्थन करने की बात कही। 2018 की कांग्रेस विधायक प्रत्याशी और पूर्व जिला प्रमुख मंजू मेघवाल ने कहा कि यहां के स्थानीय उम्मीदवार में से किसी को टिकट देते तो साथ खड़े रहते। यह पैराशूट उम्मीदवार सांचौर से भेजा है। हमने हारने के बाद भी फील्ड नहीं छोड़ा और जो भी छोटे-मोटे काम करवाए। काम नहीं हुए तो कार्यकर्ताओं की नाराजगी झेली। हम इतने बैठे थे इनमें से कोई लायक नहीं था क्या। अगर हम सब से दिक्कत थी तो हमें बुलाकर वहां पर एक नाम बता देते। हम मिलकर एक नाम दे देते। जो नाम जालोर में आया है उसका कोई सर्वे में नाम नहीं था। पर्यवेक्षक व प्रभारी के सामने राय रखी और किसी एक व्यक्ति के कहने पर प्रत्याशी बदलना और पैराशूट हमारे बीच लाना यह स्वीकार्य नहीं है।

 

पूर्व सभापति इन्दु परिहार ने कहा कि राहुल गांधी का नारा है कि आप डरो मत, जो सत्य है वो बोलो। अगर डर गए तो सत्य दब जाएगा और हम हार जाएंगे। इसलिए बिना डरे सत्य बात हाईकमान तक पहुंचानी है। परिहार ने कहा कि हाईकमान 36कौम की भावना को समझे और स्थानीय व्यक्ति को टिकट दें ताकि आमजन का कोई काम होने पर उस व्यक्ति तक पहुंच सुलभ हो सके। ओटवाला सरपंच दीपाराम मेघवाल ने रतन देवासी और सुखराम बिश्नोई पर खुद की सीट बचाने के लिए बाहरी प्रत्याशी को टिकट दिलाने का आरोप लगाया तथा पार्टी को टिकट पर पुनर्विचार करने की बात कही। वही महापंचायत में कांग्रेस पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को आने से रोकने को लेकर भी आपस में लोग सुगबुगाहट करते नजर आए। इस दौरान सैकडों की तादाद में लोग मौजूद रहे।

 

स्थानीय प्रत्याशी जीता तो दलालों की दुकानदारी बन्द हो जाएगी – मंजू मेघवाल
महापंचायत को संबोधित करते हुए पूर्व जिला प्रमुख मंजू मेघवाल ने बिना नाम लिए कहा कि कांग्रेस का एक नेता नही चाहता है कि जालोर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी जीते। इसलिए स्थानीय दावेदारों को दरकिनार कर बाहरी व्यक्ति को टिकट दिया गया। अगर स्थानीय जिताऊ प्रत्याशी को टिकट मिल जाए और वह जीत जाएगा, तो ऐसे दलाल नेता की दुकानदारी बन्द हो जाएगी। उन्होने कहा कि सारा खेल गुलामी और हाजरी लगाने का है, क्योकि स्थानीय दावेदार के जीतने पर उस नेता के यहां लोगो को हाजरी लगाने नही जाना पडेगा। मेघवाल ने कहा कि मैने जनता के साथ कभी छल कपट नही किया। लेकिन कुछ लोगो ने हाईकमान के सामने मुझ पर रिश्वत लेने के आरोप लगाए और मुझे टिकट नही देने के लिए उन्होने दिल्ली में बडे नेताओं के पैर पकडे। लेकिन वो ही कुछ लोग यहां कांग्रेस को खत्म करने पर तुले है। अगर वो कांग्रेस के हितैषी व वफादार सिपाही होते तो आज महापंचायत की नौबत नही आती। साथ ही कहा कि वह कांग्रेस के खिलाफ नही है बल्कि स्वाभिमान एवं हक की लडाई लड रही है। मेघवाल ने अपनी ही पार्टी के लोगो पर उनका भविष्य खराब करने की धमकी देने का आरोप लगाया और कहा कि उनका भविष्य किसी एक व्यक्ति के हाथ में नही है बल्कि क्षेत्र की जनता के हाथ में है।

 

स्थानीय को मिले टिकट – वक्ता
मेसाराम तिलोडा ने कहा कि स्थानीय दावेदार का टिकट कटवाने के लिए पुखराज पाराशर जिम्मेदार है। मनोहरसिंह खारी ने कहा कि जिस व्यक्ति का पैनल में नाम ही नही है ऐसे बाहरी प्रत्याशी को टिकट देकर जालोरवासियों के साथ धोखा किया है। बैरठ सरपंच छैलसिंह ने स्थानीय दावेदार को टिकट देने की मांग की। पीरे खां ने कहा कि स्थानीय प्रत्याशी के साथ रहेंगे और बाहरी प्रत्याशी को नही बख्शेंगे।