– आबकारी विभाग की लापरवाही का नतीजा, पुराना बस स्टैंड के भीतर शराब की दुकान लगाने की कवायद, विरोध के बन सकते हैं हालात
जालोर. आबकारी नीति में आबादी क्षेत्र, कोचिंग इंस्टीट्यूट तथा संभावित विवादित क्षेत्रों से शराब की दुकानें दूर लगाने के स्पष्ट निर्देश है, लेकिन शहर में इन आदेशों को दरकिनार करते हुए यहां शराब की दुकानों की लोकेशन आवंटित करने की कवायद चल रही हैं।
हम बात कर रहे हैं जालोर शहर के पुराना बस स्टैंड के भीतरी क्षेत्र की। जहां करीब 6 साल पूर्व यहां रहने वाले लोगों, व्यापारियों के विरोध के बाद शराब की दुकान को हटाया गया था, लेकिन इस साल फिर से पुराना बस स्टैंड के भीतरी क्षेत्र में शराब की दुकान खोलने के लिए कवायद चल रही है और इन हालातों के बीच यहां रहने वाले लोगों का विरोध भी शुरू हो चुका है। मामले में आबकारी अधिकारी और कलक्टर तक को ज्ञापन भेजे जा चुके हैं। समय रहते मामले में सकारात्मक कदम नहीं उठाए गए तो विरोध का व्यापक रूप देखने को मिल सकता है जैसा कि पूर्व में भी यहां हो चुका है।
इसलिए है विरोध
पुराना बस स्टैंड के भीतरी भाग में भारत गैस का ऑफिस, कोचिंग इंस्टीट्यूट, व्यापारिक प्रतिष्ठान, चाय, नाश्ते की दुकानों समेत अन्य दुकानें और रहवासी मकान भी है। ऐसे में यहां लोगों की आवाजाही अधिक रहती है। पूर्व में इस क्षेत्र के भीतर शराब की दुकान होने पर यहां शराबियों का जमावड़ा रहता था और यहां जमघट रहने से लोगों को खासी दिक्कत भी होती थी। इन्हीं हालातों को देखते हुए इसका विरोध किया जा रहा है।
भेजे ज्ञापन
यह वार्ड 37 का मामला है। लोगों के विरोध के बाद पार्षद दिनेश महावर ने संबंध में कलक्टर और आबकारी अधिकारी को ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन में बताया गया है कि पूर्व में यहां शराब की दुकान को लेकर काफी विरोध हुआ था और आंदोलन के बाद यहां से दुकान को हटाया गया था, लेकिन अब ऐसा फिर से ऐसा करने का प्रयत्न किया जा रहा है जो तर्क संगत नहीं है। यदि समय रहते आदेश पर रोक नहीं लगाई गई तो विरोध देखने को मिलेगा। इस संबंध में पुराना बस स्टैंड के भीतर के क्षेत्र के व्यापारियों ने भी कलक्टर और आबकारी अधिकारी के नाम ज्ञापन भेजा है।
इनका कहना
अभी लोकेशन की प्रक्रिया चल रही है। जानकारी में आ रहा है कि पूर्व में पुराना बस स्टैंड के भीतरी क्षेत्र में दुकान को लेकर विवाद था। सभी बिंदुओं को ध्यान में रखकर ही लोकेशन आवंटित की जाएगी।
– संजय अखावत, आबकारी निरीक्षक, जालोर
7 Replies to “6 साल पहले यहां से हटाई थी शराब की दुकान, विभाग अब फिर वहीं दे रहा लोकेशन”