तीन दिन में 200 किलो मावा नष्ट करवाया, सीधे तौर पर बड़े स्तर पर गिरोह के सक्रिय होने की आशंका
जालोर. शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत तीन दिन में 200 किलो मिलावटी और सड़ा मावा पकड़ कर विभाग ने यह साबित कर दिया है कि जालोर में मिलावट का बड़ा खेल चल रहा है। यही नहीं यहां एक अभियान के रूप में केवल त्योहारी सीजन में नहीं, बल्कि सालभर निगरानी की जरुरत है। लगभग हर मिठाई की दुकान से जुड़ा यह मामला है।
सूत्र बताते हैं, जालोर जिले में जितनी दूध और मावे और उससे जुड़े उत्पाद होते हैं। उसकी तुलना में आधा भी दूध उपलब्ध नहीं है। ऐसे में अनुमान लगाया जा सकता है कि किस तरह से मिलावट खोर मिलावटी खाद्य सामग्री और दूध लोगों को परोस रहे हैं। कलक्टर हिमांशु गुप्ता के निर्देश पर जिले में उपखण्ड स्तर पर समितियों का गठन करने के बाद अब अभियान के तहत जिले भर में किराणा, फल-सब्जी विक्रेता, आटा, मसाला, घी व तेल फैक्ट्री सहित अन्य खाद्य पदार्थों की दुकानों पर निरीक्षण किया जा रहा है।
बीते तीन दिन में जालोर उपखण्ड स्तरीय समिति के निरीक्षण दल ने 152 किलोग्राम मावा, रानीवाडा के दल ने 40 किलो मावा व आहोर के दल ने 8 किलो मावा अखाद्य और मानव जीवन के लिए हानिकारक पाए जाने पर मौके पर ही नष्ट करवाया।
बुधवार को भी जिला व उपखंड स्तर पर गठित दलों ने दुकानों पर कार्यवाही कर खाद्य सामग्रियों के सैंपल लिए।नष्ट करवाया गुलाबजामुन व दूधअभियान के तहत बुधवार को जालोर एसडीएम चंपालाल जीनगर के निर्देशन में जालोर तहसीलदार मादाराम मीणा ने एक मिठाई की दुकान से 3 किलो गुलाब जामुन अखाद्य व उनमें बदबू आने पर एवं एक डेयरी से 15 लीटर दूध की स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होने से मौके पर ही नष्ट करवाया गया।
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