– पूर्व सरपंच की रिपोर्ट पर षड़यंत्र कर मारपीट का मामला हमला करने एवं लूट करने का मामला दर्ज, पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया
सायला।
कस्बे के पुराना बस स्टेण्ड पर रविवार शाम को पूर्व सरपंच सुरेश राजपुरोहित पर कुछ बदमाशों द्वारा लाठियों से हमला कर रुपये लूटकर ले जाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने पूर्व सरपंच की रिपोर्ट के आधार पर जानलेवा हमला, लूट, षड़यंत्र रचने सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर कार्यवाही शुरु की। इधर, घटना की सूचना मिलते सैकड़ों की तादाद में लोग थाने पहुंचे तथा आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग करने लगे।
जानकारी के अनुसार सुरेश राजपुरोहित ने रिपार्ट पेश कर बताया कि मै रविवार को ब्राह्मण समाज की मीटिंग से वापस घर जा रहा था। शाम को करीबन 4.50 बजे पान की दुकान के आगे अपनी स्कूटी पर बैठा था तब पीछे से एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए आरोपी दुर्गसिंह पुत्र हम्मीरसिंह राव एवं एक अज्ञात व्यक्ति ने मोटरसाइकिल से स्कूटी को टक्कटर मारी।
जिससे मैं नीचे गिर गया तथा उस समय उठने की कोशिश कर रहा था तब आरोपी दुर्गसिंह व अन्य व्यक्ति ने लठ निकालकर योजनाबद्ध तरीके से लाठियों से मुझे जान से मारने की नीयत से धड़ाधड़ मारने लगे।
जिससे मेरे सिर के दाहिने भाग पर, दाहिने हाथ के आगे पीछे, बांए पैर की पिण्डी व नली पर चोटें कारित की।इस दौरान आरोपी दुर्गसिंह ने मेरी जेब से चार हजार रुपये भी छीन लिए। वही घटना के दौरान ज्यादा लोग इकट्ठे होने पर आरोपी अपनी मोटरसाइकिल मौके पर ही छोड़कर भाग गए।
पूर्व उपसरपंच पर हमला करवाने का आरोप
पूर्व सरपंच ने रिपोर्ट में बताया कि पूर्व उपसरपंच विक्रमसिंह दहिया, उसके परिवार के लोगों तथा बलवंतसिंह पुत्र कानसिंह ने षडयंत्र रचकर प्लान बनाकर बदमाशों से हमला करवाया है। रिपोर्ट में बताया कि वर्तमान में ग्राम पंचायत सायला में ग्राम पंचायत में हो रहे कार्यो की शिकायत दिनांक 7-1-2020 व दिनांक 7-1-2021 को की थी।
जिस पर विक्रमसिंह व उसके परिवार वालों ने मुझे जान से मारने की मौखिक रुप से धमकियां भी दी थी। उसके उपरांत भी मैंने दिनांक 19-2-2021 को मुख्यमंत्री को शिकायत की थी। जिस पर विक्रमसिंह व उसके परिवार के लोगों ने योजनाबद्ध तरीके से बदमाशों से मेरे उपर जानलेवा हमला करवाया है।
देर रात तक जुटे रहे लोग…
पूर्व सरपंच के साथ घटना की ब्राह्मण समाज के लोगों के अलावा अन्य लोगों ने निंदा की। वही लोग पुलिस थाने पहुंचकर देर रात तक उपस्थित रहे तथा सख्त कार्यवाही करने की मांग की। समाज के लोगों ने कहा कि इस तरह की घटनाओं पर अंकुश नहीं लगाया तो गांव में माहौल खराब हो जाएगा। पुलिस ने बढ़ते दबाव के चलते तीन टीमें गठित कर आरोपियों को लोकेशन एवं मुखबिरों की सूचना के आधार पर ट्रेस कर गिरफ्तार किया।