– मानव जीवन को खतरे में डालने और रास्ता अवरुद्ध करने का दिया गया हवाला
जालोर. रानीवाड़ा में व्यापारियों की मांग के समर्थन में बैठे रानीवाड़ा विधायक नारायणसिंह देवल और उनके साथ धरने पर बैठे सभी व्यापारी संकट में फंस गए हैं। पुलिस ने इन सभी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इधर, सियासी गलियारों में चर्चाएं यह भी तेज हो गई है कि प्रकरण कोरोना संकट से कई अधिक सत्ता के पक्ष और विपक्ष के बीच वर्चस्व की लड़ाई का है और पुलिस ने राजस्थान में सत्ताधारी पार्टी के दबाव में व्यापारियों के हित को तांक में रखकर मामला दर्ज किया है। लेकिन इन सभी चर्चाओं के बीच मामला काफी चर्चाओं में आ चुका है।
50 से अधिक के खिलाफ मामला दर्ज
पुलिस ने शुक्रवार के घटनाक्रम के बाद विधायक नारायणसिंह देवल समेत 50 से अधिक व्यापारियों के खिलाफ थाने में प्रकरण दर्ज किया। विधायक के अलावा एमएलए का ड्राइवर इंद्रसिंह सापणी, पूर्व सरपंच रिडमलसिंह, प्रकाश सेन, मनजीराम, कृष्ण कुमार माली, मोती चौधरी, डॉ. किशन जोशी, रमेश कुमार माली, व्यापार मंडल अध्यक्ष छैलसिंह सोलंकी, नरेश जाशी, चेतनदास वैष्णव, अमृत वैष्णव, भावेश महेश्वरी, पोपट लाल रावल समेत 50 से 60 अन्य के खिलाफ प्रकरण दर्ज हुआ है।
रास्ता जाम का हवाल
शुक्रवार के घटनाक्रम के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि कोरोना संक्रमण के बीच धरने से संक्रमण फैलने की संभावना भी है। वहीं मुख्य मार्ग को भी धरने के दौरान अवरुद्ध किया गया है, जिससे आवागमन अवरुद्ध हुआ। इन सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए सभी के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया है।
