Jalore

पिता का साया उठने के बाद भी हौंसला बुलंद

सायला। यहां एक कहावत हैं कि सर मुडाते ही ओले गिरे। ऐसा ही कुछ निकटवर्ती मेंगलवा गांव के रहने वाले मोहित राजपुरोहित के साथ हुआ। वर्ष १९९० में मोहित कुमार ने मेंगलवा गांव में गेनाराम राजपुरोहित के घर जन्म लिया। पिता के सान्निध्य में दसवीं तक की शिक्षा ग्रहण करने के बाद मोहित व्यापार एवं […]