जालोर।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. गजेन्द्रसिंह देवल ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा मेडिकल मास्क को लेकर एडवाईजरी जारी की गई है। जिसका पालन सभी आमजन को करना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम को लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने मेडिकल मास्क को लेकर एडवाईजरी जारी की है। जिसमें लिखा गया है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन एवं संयुक्त राष्ट्र द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण को महामारी घोषित करने के पश्चात भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर इस बीमारी के संक्रमण से बचाव के लिए विभिन्न दिशा-निर्देश जारी किये गये हंै। आमजन एवं अन्य एनफोर्समेन्ट एजेन्सियांे में मेडिकल मास्क के उपयोग एवं निस्तारण के संबंध में कुछ भ्रांतियां हैं। पुलिसकर्मियों द्वारा आमजन को मास्क का उपयोग करने के लिए निर्देशित किया जा रहा है। इसी प्रकार अन्य निजी संस्थानों द्वारा अपने कार्मिकांे को मास्क का उपयोग करने के लिए कहा जा रहा है। सामान्य रूप से यह भ्रम है कि आमजन जो घर एवं बाहर मास्क का उपयोग कर रहे हंै तो वह सुरक्षित है। इस भ्रम के कारण बाजार में मास्क की कृत्रिम कमी होने की आशंका है। साथ ही आमजन में मास्क के उपयोग के पश्चात् उसके समुचित निस्तारण की जानकारी भी आवश्यक है। ऐसी स्थिति में विभाग द्वारा एडवाईजरी जारी की गई है। जब पूर्णतया लाॅकडाउन है तथा घर से बाहर ही नहीं जाना है तो अनावश्यक रूप से मास्क नहीं पहनें। केवल मास्क लेने के लिए मेडिकल स्टोर पर जाने के लिये घर से निकलने की आवश्यकता नहीं है।
स्वस्थ व्यक्तियों को मास्क की आवश्यकता नहीं
एडवाईजरी में स्पष्ट किया गया है कि स्वस्थ्य व्यक्तियों जिनमें संक्रमण के कोई लक्षण नहीं हंै उन्हंे मास्क की आवश्यकता नहीं है। मास्क का प्रयोग इन व्यक्तियों में सुरक्षा की झूठी भावना को पैदा कर सकता है। जिससे व्यक्ति सुरक्षा के अन्य आवश्यक उपायांे की उपेक्षा कर सकते हंै, जैसे हाथ धोना, सामाजिक दूरी बनाये रखना आदि।
मेडिकल मास्क का उपयोग कब करना है
कफ, खांसी या बुखार होने, चिकित्सक को दिखाते वक्त, बीमार या संक्रमित या संदिग्ध व्यक्ति की देखभाल करने पर तथा संदिग्ध या संक्रमित व्यक्तियों के परिवारजन को मास्क लगाना जरूरी हैं।
ऐसे करे मास्क का निस्तारण
मास्क के निस्तारण के लिए प्रयोग किये गये मास्क को विसंक्रमित (5 प्रतिशत ब्लीच सोल्युशन या 1 प्रतिशत हाईपो क्लोराईड सोल्युशन) करने के पश्चात् जलाकर या जमीन में दबा कर नष्ट करें या नगर परिषद के कचरा संग्रहण वाहन के पीले रंग के बाॅक्स में डालंे। जिले में चिकित्साकर्मियों के द्वारा घर-घर जाकर स्क्रीनिंग कर लोगों को कोरोना वायरस के प्रति जागरूक किया जा रहा है। विभाग की ओर से सोमवार को सर्वे के कार्य मंे 516 टीमों द्वारा सर्वे किया गया एवं जिले में अब तक 1 लाख 34 हजार 90 घरों के 3 लाख 47 हजार 520 सदस्यों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है।
अब तक लिए गए हैं 56 सैम्पल, 36 नेगेटिव
सीएमएचओ डॉ देवल ने बताया कि जिले में अब तक कोरोना से एक भी व्यक्ति संक्रमित नहीं पाया गया है। विभाग की ओर से अब तक कुल 56 सैम्पल लिए गए। इनमें से 36 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। 20 की रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है।